STORYMIRROR

बिमल तिवारी "आत्मबोध"

Inspirational

4  

बिमल तिवारी "आत्मबोध"

Inspirational

विश्व हिंदी दिवस

विश्व हिंदी दिवस

1 min
242


हिंदी हिंदुस्तान की बुद्धि और व्यवहार

हिंदी हिंदुस्तान की भक्ति और सदभाव

हिंदी के उदार उर में समाहित है सब भाषा भाव

हिंदी हिंदुस्तान की मुक्ति और निर्वाण


सबको अपने साथ लिए हिंदी चलती जाती है

प्रगति के पथ पर हिंदी विकसित होती जाती है

किसी से कोई बैर भाव नहीं, सबकी प्यारी हिंदी है

माथें की बिंदी बिछुआ सा सजती निखरती जाती है


हिंदी हिंदुस्तान की है बोली और पहिचान

जिसमें जी और बढ़ रहा है सारा हिंदुस्तान

हिंदी पर है नाज़ हमारा औऱ सारा अभिमान

हिंदी की अभिवादन से बढ़ रहा स्वाभिमान


हिंदी हिंदुस्तान की भाषा नही रियासत है

हिंदी हिंदुस्तान की विकास और सियासत है

हिंदुस्तान का जर्रा जर्रा महक रहा हैं हिंदी से

हिंदी हिंदुस्तान की संस्कृति और विरासत है


हमने देखा हिंदी को अब देश के कोनें कोनें में

गर्व सभी अब कर रहा हैं खुद को हिंदी होने में

हिंदी में ही हिंदुस्तान की हरियाली मुस्कान है

हिंदुस्तान की बोली करता सपनें पूरी होने में ।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational