वीरता और भारत
वीरता और भारत
जाने कैसे बीता आजादी का वह साल,
किसी ने खाई गोली किसी ने झेली तलवार।
मेहनत और लगन उन वीरों की,
जिन्होंने किया देश को आजाद,
भारत के ऐसे वीर सपूतों को है हमारा सलाम।।
भारत जकड़ा था अंग्रेजों की जंजीरों में,
मिली न कोई शुध भारत के कवियों में,
भारत का हर वीर सोचकर गंभीर थे ,
भारत की आजादी के लिए उनके हृदय अधीर थे।।
15 अगस्त 1947 को उगा आजादी का नन्हा बीज,
देख जिसे अंग्रेज हुए भयभीत ,
भारतवासी की ललकार से अंग्रेजों को डराना था ,
स्वतंत्रता की लहर लेकर अंग्रेजों को भगाना था,
सत्य अहिंसा और धर्म का पाठ अंग्रेजों को पढ़ाना था।।।
जय हिन्द
