विचार आज का
विचार आज का
आज का विचार है या कल का सन्देश है,
आज जो मैं कह रहा बस क्या उपदेश है,
विचार था कल भी विचार है आज भी,
पर सोचना है क्या विचार ही देशकाल है,
पार्थ था जब भ्रमित कर्म से और धर्म से,
सारथी का विचार मोह का त्याग हो,
कर्म ही धर्म है आज गीता का ज्ञान है,
जो आज का विचार है वो कर्म भी हो,
कर्म है तो धर्म है यही धर्म का मार्ग हो।।