Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Rinki Raut

Abstract

3  

Rinki Raut

Abstract

उनके सपने और कहनियाँ

उनके सपने और कहनियाँ

1 min
274


कागज़ और स्याही की

यारी जैसे पुरानी कहानी

खुरदरी ज़िन्दगी चाहे

सपने सच्चे हो जाए।


सही और फ़रेब में करे

कोई फर्क नहीं

कागज़ और स्याही ने लिखी

अलग ही कहानी मेरी।


कोरा-सफ़ेद था बचपन

अपनों ने ज़िद की

ये बनो, ऐसे सोचो

चलना, बोलना के साथ।


ये भी सीखा दिया की

दुनिया की पिंजरे की

सलाखों में

बंद हो कैसे जिंदगी।


कागज़ और स्याही ने लिखी

समाज और मर्यादा में

जकड़ी मेरी कहानी।


उन्होंने इतना सिखाया की

खोया गया मेरा

खुद का साया

आज मैं, खुद में बंधा सा

अपना होना साबित करता।


बाहर से खुश,

अन्दर मरता सा

कुछ है जो, मेरे अन्दर से

मन की सुनने की कहता

कागज़ और स्याही ने लिखी

मेरी आज़ादी की कहानी।


रख के परे,

उनके सपने और कहनियाँ

बढ़ चला आज में लिखने

कागज़ और स्याही के संग

लिखने नई कहानी।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract