तू डुब खुद के अंदर (नज़्म)
तू डुब खुद के अंदर (नज़्म)


तू मंदिर, तू मस्जिद, तुही गुरुद्वारा अंदर,
तेरे अंदर एक खुदा, तू डुब खुद के अंदर।
चेहरे पे हँसी, मन तेरा मैला, मैला तू अंदर,
आइना क्या देख रहा, तू डुब खुद के अंदर।
तू काला, तू गोरा, तुही सबसे ज्यादा प्यारा,
क्या करेगा इस सबका, तू डुब खुद के अंदर।
तू रौशनी, तू अँधेरा, तुही उम्मीद की किरण,
जला के दिया खुद में, तू डुब खुद के अंदर।
तुही सच, तुही जूठ, तुही जाने सबकुछ,
देख के अपनी रूह, तू डुब खुद के अंदर।
तुही "धर्म", तुही “ईश्वर”, तुही "धर्मेश",
तेरे अंदर एक समंदर, तू डुब खुद के अंदर।