तुर्बत
तुर्बत
दूरीयों से इश्क की गहराई
नापना चाहती थी वो लड़की ।।
बिना मिले खामोशियाँ
बतलाना चाहती थी वो लड़की ।।
अजीब सा हादसा
हुआ होगा उसकी सोच पर ।।
जो बिन डूबे जिगर की लम्बाई
समझना चाहती थी वो लड़की ।।
दूरीयों से इश्क की गहराई
नापना चाहती थी वो लड़की ।।
बिना मिले खामोशियाँ
बतलाना चाहती थी वो लड़की ।।
अजीब सा हादसा
हुआ होगा उसकी सोच पर ।।
जो बिन डूबे जिगर की लम्बाई
समझना चाहती थी वो लड़की ।।