तुम साथ होती तो....
तुम साथ होती तो....
तुम साथ होती तो जिंदगी कुछ और होती….
तुम्हारी जानदार आवाज में गुडमॉर्निंग विश और;
उसपर तुम्हारे मोबाइल से तुम्हारे पसंदीदा गाने की आवाज के साथ सुबहे आंख खुलती II
तुम्हारे लिए सुबह की चाय बनता और;
रसोई में नाश्ता बनाने में तुम्हारी हाथ बटाता II
तुम साथ होती तो जिंदगी कुछ और होती….
गाड़ी में एफएम रेडियो सुनते हुए तुम्हारे साथ ऑफिस जाता और;
शाम को तुम्हें ऑफिस से लेते हुए आता II
शाम को तुम थक गई होती और;
सिरहाने बैठ के तुम्हारे सीर दबाते हुए ढेर सारी बातें करता II
तुम साथ होती तो जिंदगी कुछ और होती….
तुम्हारे साथ बैठ के कॉफ़ी पीते हुए हॉलिडे प्लान बनता और;
तुम्हारे साथ ऑनलाइन सोपिंग करता II
हमारे बीच झगड़ा होता और;
रूठी हुई तुम मुझसे बात नहीं करती पर मेरे लिए खाना परोस देती II
तुम रूठी हुई होती और;
मैं अपना कान पकड़ के तुम्हें मनाता II
तुम साथ होती तो जिंदगी कुछ और होती….
तुम आड़े टेढ़े मुँह बना के फोटो के लिए पोज़ देती और;
मैं तुम्हारी फोटो खींचता II
फोटो खिंचते हुए तुम्हारी प्यारी सी चेहरे को निहारता और;
फुर्सत में तुम्हारे पिक्स को एडिट करता II
तुम साथ होती तो जिंदगी कुछ और होती….
मेरा लैपटॉप में नेट कनेक्ट नहीं होता और;
तुम से कुछ नहीं होगा बोल के तुम खुद उसे ठीक कर देती II
मैं टेंशन में होता और;
तुम अपनी प्यारी प्यारी बातों से मेरा टेंशन दूर कर देती II
तुम साथ होती तो जिंदगी कुछ और होती….
तूफानी बारिश में तुम गाड़ी चलाती और;
मैं तुम्हारी हाथ पकड़ के तुम्हें गाड़ी चलाना सिखाता II
पगली सी तुम बांहें फैलाये गोल गोल घूमती हुई बारिश में भीगती और;
मैं तुम्हें निहारते हुए "यार, भीगो मत सर्दी लग जाएगी" कहता रहता II
तुम साथ होती तो जिंदगी कुछ और होती….
छुट्टीवाले दिन शाम को मैं तुम्हारे लिए दही पूरी बनाता और;
तुम्हें कुर्सी पर बैठा वेटर जैसे अंदाज में अपने कांधे से तौलिया निकाल टेबल साफ करके परोसता II
तुम्हारी जन्मदिन वाली रात को 12 बजे तुम छोटा सा चॉकलेट केक काटती और;
हम अँग्रेजों वाले अंदाज़ में रेड वाइन पीते II
अपने हम में बस एक मैं होता और बस एक तुम होती II
तुम साथ होती तो जिंदगी कुछ और होती II
तुम साथ होती तो जिंदगी परियों की कहानी होती II
तुम साथ होती तो कुछ घड़ी और जी लूं ये दुआ मांगता II

