Ankur Govind

Romance

3  

Ankur Govind

Romance

तुम मेरे जीवन के पलाश

तुम मेरे जीवन के पलाश

1 min
390


तुम मेरे जीवन के पलाश,

इस अभिलाषा, विश्वास लिए,

पल पल हृदय की तुम तलाश।


नंदन वन कुसुम, कुमुद चंचल,

मन की धारा यूँ सरल सलिल,

संताप मिटाते, मनस ताप,

तुम मेरे जीवन के पलाश।


सरिता की धारा, अरुण किरण,

सावन से घिरते मेघ सघन,

धरती पर आँचल सी छाया, 

हर लोगे पीड़ा भरी त्रास,

तुम मेरे जीवन के पलाश।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance