RAGHAV BHARGAVA

Abstract Inspirational

4.5  

RAGHAV BHARGAVA

Abstract Inspirational

तुम क्या जानो, कल क्या होगा

तुम क्या जानो, कल क्या होगा

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तुम क्या जानो

कल क्या होगा

तुम्हारे अँधेरे में किये गए प्रयास

ही एक दिन तुम्हारी ज़िन्दगी में

उजाला भर देंगे।


तुम क्या जानो

कल क्या होगा

जिसे तुमने सपनों में जिया था ,

वही एक दिन तुम्हारे सामने होगा।


तुम क्या जानो

कल क्या होगा

जो लगा था कि कभी न होगा ,

वही एक दिन ज़िन्दगी का गौरव बन सच होगा।


तुम क्या जानो

कल क्या होगा

गर कोई कमी न होगी

दिल से इबादत गर होगी,

हर किस्सा भी हकीक़त होगा

हर किस्सा भी हकीक़त होगा।


तुम क्या जानो

कल क्या होगा

मेहनत आज में भरोसा करती है

गर तुम भी भरोसा करते हो

अपनी आँखों से कह देन वो तैयार रहें

सब अच्छा होगा, बहुत अच्छा होगा,

तुम क्या जानो

कल क्या होगा कल क्या होगा कल क्या होगा।


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