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Phool Singh

Abstract

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Phool Singh

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टिकट फ्री- नारीशक्ति

टिकट फ्री- नारीशक्ति

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टिकट फ्री करना, दिल्ली शहर में

एक बड़ी ज़िम्मेदारी थी

बहुत दिनो से चलने वाली

ये, एक लंबी प्रक्रिया थी ||


चुनौती भी बड़ी भारी थी

मूल्यांकन कर स्थिति-परिस्थिति का पहले

तभी ये योजना लागू की

ट्रायल पर रख पहले कुछ दिन

अनुमानित टिकट भी जारी की ||


टिकट फ्री कर नारी शक्ति को

“आप” ने अपनी प्रतिज्ञा को पूरी की

वीआईपी ही फ्री क्यों रहे हर वस्तु से

नारी शक्ति को,

वीआईपी सी सुविधा दी||


अच्छी बात नहीं मुक्त की

किसी वस्तु को लेना जब

वीआईपी नहीं छोड़ सके, अपनी सुविधायें

जिनकी आमदनी भी लाखो की

टिकट फ्री कर, वीआईपी जैसी भावना दी ||


क्यों ना लाभ उठाये

अपनी माँ-बहने जो

वंचित हर सुविधा थी

टिकट फ्री कर, हर बस में

नारी शक्ति को वीआईपी सी सुविधा दी||


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