STORYMIRROR

सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

4  

सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

टीकाकरण से सुरक्षा

टीकाकरण से सुरक्षा

2 mins
373

आज कोरोना से पूरी दुनिया हो गई त्रस्त है

चारों ओर चीख पुकार कैसी बिमारी आई है

ढा रहा कहर जिससे पूरी दुनिया घबराई है

साथी और संगी छोड़ चले गए इस दुनिया से

हम सब पर कोरोना की ये कैसी विपदा आई है 

निगल रही सबको कोरोना मौत बनकर आई है

वहीं टीकाकरण ने जीने की उम्मीद जगाई है I 


शहर –शहर और गाँव हर जगह नाकाबंदी है

हर तरफ लाखों लोगों ने अपनी जान गँवाई है

साँसों के लिए जाने सबने कितनी गुहार लगाईं है

बह रही हैं लाशें नदियों में कैसी यह लाचारी है 

बचाना सबको इससे बहुत भयंकर यह बिमारी है

समझ जाओ सभी टीकाकरण में ही समझदारी है I 


कोरोना को दो लहरों में सब कुछ जैसे मिट गया है

साँसों की डोरी टूटी सब कुछ अपना लुट गया है

बहुत हुआ कोरोना कोरोना अब न हमको सहना है

टीकाकरण ही है सही उपाय सबको यही कहना है

देखा सभी ने टीकाकरण के लाखों की जान बचाई है

जंग जीत लो कोरोना से टीकाकरण की बारी आई है I 


कोरोना महामारी से सुरक्षित यदि सबको रहना है

टीकाकरण का सुरक्षा कवच सबको पहनना होगा 

तभी बचेगी सबकी जान सबको यह समझाना होगा

अपवाहों को नजरअंदाज कर सबकी जान बचाना है

ठान लो मन में आज हमें टीकाकरण जरुर करवाना है

 टीकाकरण ही है उत्तम उपाय इसे जरुर लगावाना हैI  


इन संकमित हवाओं में भी फ़ैल रही यह महामारी है

चारों ही दिशाओं में घुट सी रही हर साँसों की डोर है

फिर महकेगा जीवन और दिखेगा कल नई एक भोर है

इस भोर को लाने के लिए टीकाकरण का अलख जगाना है

रात का अँधेरा फिर छट जाएगा जब देश आगे आएगा

हर भारतवासी जीत जाएगा कोरोना की इस जंग को

ठान लो मन में आज हमें टीकाकरण जरुर करवाना है

 टीकाकरण ही है उत्तम उपाय इसे जरुर लगावाना हैI


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract