ठहर जा ज़िंदगी अभी
ठहर जा ज़िंदगी अभी
ठहर जा जिंदगी अभी l
तुझे जी भर के जी तो लूँ ll
कुछ पल बैठ जरा पास में l
कुछ पल थोड़ा, रो तो लूँ ll
कुछ हिसाब दर्द- ए-गम के है l
कुछ हिसाब खुशी से भी तो लूँ ll
तेरे कंधे पर अपना सर रखकर l
तेरी धड़कनों की आयतों को, सुन तो लूँ ll
सारी उम्र तड़पाया है तूने l
तुझसे तेरी खैरियत तो पूछ लूँ ll
आज है, कल नहीं की कशमकश में l
इस बज्म से कुछ पाक वक्त चुरा तो लूँ ll
यकीं तो हमें भी था तुझ पे मगर l
बस कुछ वजूदे-हयात के जवाब तुझसे पूछ तो लूँ ll
फ़िर आखरी रुखसत ले ले ना हमसे l
पहले ज़मीं पे अपनी तारीख बना तो लूँ ll