औरतें
औरतें
कोई वजह ही नहीं होती
औरतों को हारने की...
वो सिर्फ़ जीतना जानती हैं,
जिस मिट्टी को छू ले उसे
सोना बनाना जानती हैं....
वो रह सकती हैं
हर हाल में खुश
हालात के मुताबिक़
वो ढलना जानती हैं....
पहाड़ों कों खोद कर
नहर हो मोड़ना ,
आकाश के तारों से
आँगन सजाना
वो जानती हैं l
रावण की लंका में
खुद को मेहफूज रखना
वो जानती है......
वो जानती है
उर्मिला की तरह
सालों इंतज़ार करना...
बंजर जमी को देखकर
वो नहीं करती कभी आत्महत्या..
वो लड़कर जीतना जानती हैं..
बस लोग क्या कहेंगे
इसी बात से अंदर तक
डर से काँप जाती हैं औरतें....