रावण की लंका में खुद को मेहफूज रखना वो जानती है...... रावण की लंका में खुद को मेहफूज रखना वो जानती है......
सुबह तकते रहे सूरज को, मद्धम-सा था वो, दिन ढलते ढलते, मुझे जला गया ! सुबह तकते रहे सूरज को, मद्धम-सा था वो, दिन ढलते ढलते, मुझे जला गया !
हर शाम तुम्हारी याद बाट जोहती है , कब आओगे तुम ये मुझसे पूछा करती है । हर शाम तुम्हारी याद बाट जोहती है , कब आओगे तुम ये मुझसे पूछा करती है ...
सुन ले, ऐ काली रात! तुझे ढलना ही होगा। सुन ले, ऐ काली रात! तुझे ढलना ही होगा।
जीने के और मौके आयेंगे, यह ध्यान में रखकर आगे बढ़ना सीखो। जीने के और मौके आयेंगे, यह ध्यान में रखकर आगे बढ़ना सीखो।
मैं पैसो का मशीन रहूं भले कितना गमगीन रहूं इसमें मेरा क्या है? मैं पैसो का मशीन रहूं भले कितना गमगीन रहूं इसमें मेरा क्या है?