बहुत हो चुका बहुत रो चुका बस अब और नहीं। बहुत हो चुका बहुत रो चुका बस अब और नहीं।
स्थिरता खो कर विक्षिप्ता पा गए। स्थिरता खो कर विक्षिप्ता पा गए।
मोदी चल पड़ा सबको अपने संग लिए। मोदी चल पड़ा सबको अपने संग लिए।
"निशा"तुझे आजमाने का दिल करता है। "निशा"तुझे आजमाने का दिल करता है।
चारों ओर पक्षियों का बस शोर है जैसे पर्यावरण में स्वच्छ अभियान का जोर है। चारों ओर पक्षियों का बस शोर है जैसे पर्यावरण में स्वच्छ अभियान का जोर है।
इसलिए उडनतश्तरी धरती पर कभी कभी आती हैं पर कोई नहीं देख पाता इन्हें। इसलिए उडनतश्तरी धरती पर कभी कभी आती हैं पर कोई नहीं देख पाता इन्हें।