तसवीरमें किसका चेहरा है !
तसवीरमें किसका चेहरा है !
नये शहर में , नयी नजर का
नये सरीखों का
ख़ामोश दिल पे पहरा है
इसी बस में
इसी सड़क पर मेरे साथ
समय भी किसी के
लिए चुपचाप ठहरा है !
सावन के इस समय में
नजर किसी पर पड़ी है
उन्ही लम्हों को याद कर
आज एक तस्वीर बनी है
प्यार से बनी मेरी इस तस्वीर में
किसका चेहरा है !
टहकती करकराती धूप में
जैसे छा गये हो घने बादल
दिल पे मेरे अब किसी ने
डाला ऐसा ही कुछ डेरा हैं
मानो सातो आसमानों पर
नाम है लिखा किसी ने हमारा
रेत के इस दरिया में
ठंडा आँचल किसी का फहरा है
प्यार से बनी मेरी इस
तस्वीर में किसका चेहरा है
वो जो है भोली सी जानती है
सबकुछ मेरा
कभी देखे मुझे प्यारी नजरों से ,
कभी चुप रहती और
मुस्कुराती हँसाने को मुझे
कभी यूँही शायरी सुनाकर संभाले मुझे
आज लफ़्ज़ों की कश्ती में
उसी का रंग गहरा है
प्यार से बनी मेरी इस
तस्वीर में किसका चेहरा है !
आँखों से बलखाती वो
देख मुझे शरमाती है
जो कुछ दिखती थी धुंधली सी
मुझे वो पूरी तस्वीर मिली
इश्क़ जहाँ बहता था मेरा
उस झरने की पहचान मिली
समझ गया आज में
ये प्यार कितना गहरा है,
हाँ अब में जानता हूँ
तस्वीर में किसका चेहरा है ।
सोचता में अब बात है पूरी सिधी ,
मोहब्बत है थोड़ी मेरी ,
थोड़ी है यारी तेरी ,
समझ गया हूँ में तो ये ,
अब तुम्हारी बारी है !
कदम बढ़ाओ अब तुम भी
थोड़ा प्यार की यही जूबानी है
तस्वीर में उसका चेहरा है
जो मेरी प्रेमकहानी है !
तस्वीर में उसका चेहरा है
जिससे में कुछ अंजान
झगड़े थे कुछ टेढ़े हमारे
पर रिश्ता बहोत कमाल था,
जिसका चश्मा गहना और
लड़ाई में बवाल था ,
तस्वीर में उसका चेहरा है
जिसका में प्यार हूँ।