तहरीर
तहरीर


मेरी साँसों का कारवाँ बढ़ता गया ,
और मैं ये सफ़रनामा लिखता गया...
मेरी उम्मीदे जिंदगी से बढ़ती गयी ,
और मैं बेसब्र मुसाफिर बनता गया...
मेरे दिल पर चोटों का सिलसिला बढ़ता गया ,
और मैं अश्क़िया बनता गया...
मेरे तसव्वुर में तेरा आना बढ़ता गया,
और मैं ये तहरीर लिखता गया...