तेरे लहजे
तेरे लहजे
तेरे लहजे को सदा याद रखूँगा
तेरा सब कहना भी साथ रखूँगा
ज़माने मे और भी हैँ तेरी तरह
सबकी रुस्वायी हो फरियाद करूँगा !
समझते हैँ जो खुद सिरे सिकन्दफरियादर
वो भी घुसते हैँ कभी घर के अंदर
वक़्त तो सभी को बता ही देता है
कि आबाद करूँगा य़ा बर्बाद करूँगा !
देखें हैँ बहुत रस्ते और मुसाफिर
चलने वाले चलते ही रहें अक्सर
तेरे पास तो कोई नहीं होगा लक्सर
उन लमहो मे मैँ बहुत साद रहूँगा !!
