सूरज पर कदम अब रखना है
सूरज पर कदम अब रखना है
उड़न खटोला पहुँचा चाँद पर,
करने अपने मन की बातें।
दर्ज होगी इतिहास में अब,
हमारी कामयाबी की इबारतें।
चाँद की भूमि पर आज,
तिरंगा शान से फहराया है।
विश्व गुरु का आज नभ में,
फिर से परचम लहराया है।
धरती माँ ने भैया चाँद को,
बांधी आज राखी चंद्रयान की।
धन्य हुआ आज हर भारतवासी,
बढ़ी आन आज हिंदुस्तान की।
चाँद को अपना बना लिया हमने,
अब सूरज को भी अपनाना है।
क्या कर सकता है भारत देश,
यह विश्व को हमें दिखाना है।
मैं भारतवर्ष तो था विश्व गुरु,
अब ब्रह्माण्ड गुरु भी बनना है।
चाँद की भूमि पर पहुँच गया,
सूरज पर कदम अब रखना है।
देवी देवताओं के अनंत व्योम को,
बनाएंगे अब हम अपना आशियाना।
क्या क्या गुल खिला सकते हैं हम,
यह तो देखेगा अब सारा ये जमाना।
आशाओं भरी नजरें टिकी हुई हैं,
उन पर भी तो खरा उतरना है।
चाँद तक तो पहुँच ही गए हम,
अब सूरज पर भी तो चलना है।
अंकित कर दो इतिहास के पन्नों पर,
हमारी सफलता का यह स्वर्णिम पल।
आज जीत लिया है चाँद को हमने,
जितना है अब सूरज को भी तो कल।
विश्व गुरु तो कब से ही कहला रहें,
अब ब्रह्माण्ड गुरु भी तो बनना है।
चाँद आना जाना तो अब बना रहेगा,
सूरज पर भी तो अब कदम रखना है।
मन में उपलब्धि का मधुर अहसास है,
जीतने का जज़्बा है, और नया ख़्वाब है।
मस्त मलंग और उल्लसित है मन मेरा,
नया कुछ करने का दृढ़ एक विश्वास है।
नमन है इसरो की पूरी टीम को दिल से,
सफल बनाया जिन्होंने चंद्रयान अभियान।
सूरज को जीतने की भी शुरू हुई तैयारी,
भेजना है सूरज आदित्य एल 1 सूर्ययान।