सुरूर मोहब्बत का
सुरूर मोहब्बत का
सुरूर मोहब्बत का अब छाने लगा है ,
हर तरफ उसका ही चेहरा नज़र आने लगा है ,
कैसे संभाले ख़ुद को ये नशा सरेआम हो रहा है ,
मोहब्बत में फ़ना होने का इंतज़ाम हो रहा है ।
सुरूर मोहब्बत का अब छाने लगा है ,
हर तरफ उसका ही चेहरा नज़र आने लगा है ,
कैसे संभाले ख़ुद को ये नशा सरेआम हो रहा है ,
मोहब्बत में फ़ना होने का इंतज़ाम हो रहा है ।