STORYMIRROR

Vijay Kumar parashar "साखी"

Inspirational

4  

Vijay Kumar parashar "साखी"

Inspirational

सुपरमैन

सुपरमैन

1 min
248

बनिये आप सुपरमैन

भगा दीजिए दुःख नैन

कर्म कीजिए कुछ ऐसे,

आये आपको सुखचैन


जिंदगी नहीं हो बेचैन

बनिये आप सुपरमैन

नेकी की काम कीजिए

बुराई को मिटा दीजिए

अंधेरे पर लगाये बैन


दीप जैसे चलाये ब्रेन

बनिये आप सुपरमैन

तोड़िये आप झूठ क्रेन

पहले खुद के भीतर,

खुद बनिये अच्छा मैन


फिर दिन हो या रैन

तुम्हे कभी न होगा

किसी प्रकार का पेन

बनिये आप सुपमैन

चलाकर जीवन ट्रेक पे

अपने स्वप्नों की ट्रैन


इसके लिये न रुकिए,

इसके लिये न झुकिए

पक्के इरादों का बस,

एक बार चलाये फैन

देखते कैसे न झुकते,

आसमाँ के चंद्र,सुरेन

बनिये आप सुपरमैन।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational