Vijaykant Verma
Comedy
मुझको है
उनकी चिंता
उनको है
मेरी चिंता
इसी चिंता में
हम जीते हैं
नित सुबह-शाम
पीते हैं
दारू नहीं..?
दवा..!
हा..हा..हा..!
विनाश का बटन ...
नदी तुम्हारी...
सच्ची मुस्कान
मानवता, तू मर...
बचपन लौटा दो
लौट आओ मेरे य...
खुशी
हाले दिल
रिश्तों की सम...
सूखा पत्ता
तो कभी बहू का तो कभी सास का हो जाता है एक तरफ भारी पलड़ा ! तो कभी बहू का तो कभी सास का हो जाता है एक तरफ भारी पलड़ा !
सबकी आंखों में झांकते हैं सबकी आंखों में झांकते हैं
तापमान माईनस में देख ठिठुरन से फिर सोया नहीं गया। तापमान माईनस में देख ठिठुरन से फिर सोया नहीं गया।
—उजाड़ नगर के राजा साहिब की ओर से जनहित में जारी।। —उजाड़ नगर के राजा साहिब की ओर से जनहित में जारी।।
दूल्हा शादी से इनकार नहीं कर सकेगा सगाई मतलब लड़के की आधी खिचाई दूल्हा शादी से इनकार नहीं कर सकेगा सगाई मतलब लड़के की आधी खिचाई
जो दिखता उसे मानें, नहीं दिखता, उसे जाने, अजीब उलझन में फंसे हैं हम दीवाने। जो दिखता उसे मानें, नहीं दिखता, उसे जाने, अजीब उलझन में फंसे हैं हम दीवाने।
और इसे कानून बता रहे हैं हमें शर्म आती है किन्तु आपकी बेशर्मी देख चली जाती है। और इसे कानून बता रहे हैं हमें शर्म आती है किन्तु आपकी बेशर्मी देख चली जाती ह...
शादी तो एक खूबसूरत सा गठबंधन है, फिर हमें करना क्यों पड़ता क्रन्दन है? शादी तो एक खूबसूरत सा गठबंधन है, फिर हमें करना क्यों पड़ता क्रन्दन है?
कहीं नहीं मेरे बीना चलता काम कश्मीर में भी मेरा बोलबाला कहीं नहीं मेरे बीना चलता काम कश्मीर में भी मेरा बोलबाला
तू मुझे मोहब्बत का, सच बताने से रहा! तू मुझे मोहब्बत का, सच बताने से रहा!
मेरे शहर की महंगाई का आलम तो देखिये जनाब मेरे शहर की महंगाई का आलम तो देखिये जनाब
मुझे मालूम नहीं 'दीपक', किस भाव को संजोता हूॅं। मुझे मालूम नहीं 'दीपक', किस भाव को संजोता हूॅं।
सबसे उत्तम और सबसे सत्यम : होता हमेशा अपना पड़ोसी धर्म ! सबसे उत्तम और सबसे सत्यम : होता हमेशा अपना पड़ोसी धर्म !
घर में पंखे राह तक रहे कि कब हमें उपयोग करेंगे घर में पंखे राह तक रहे कि कब हमें उपयोग करेंगे
जम के खेली पड़ोसन संग होली इतनी कि साली भी नाराज हो ली जम के खेली पड़ोसन संग होली इतनी कि साली भी नाराज हो ली
मेरे सपनों की रानी कहते-कहते बना दिया एक महल की बहूरानी। मेरे सपनों की रानी कहते-कहते बना दिया एक महल की बहूरानी।
फोन पर बातें होती हैं, गैरों से बतियाते हो, फोन पर बातें होती हैं, गैरों से बतियाते हो,
ये तो चुनावी मुद्दे हैं ये सब बंद हो गए तो चुनाव किन मुद्दों पर लड़ेंगे।" ये तो चुनावी मुद्दे हैं ये सब बंद हो गए तो चुनाव किन मुद्दों पर लड़ेंगे।"
अगर हमसे प्यार है तो इजहार करो, अगर हमसे प्यार है तो इजहार करो,
बावरे गांव में ऊंट आय ,जैसे ईद का चांद होय ! बावरे गांव में ऊंट आय ,जैसे ईद का चांद होय !