स्तुति भगवन की
स्तुति भगवन की
हे! महेश्वर महामंत्र दे दो मुझे।
संस्कारों भरा तंत्र दे दो मुझे।
भोगवादी बनूॅं मैं कभी भी नहीं,
सत्य का बोध हो यंत्र दे दो मुझे।।
सत्य की राह पर नित्य चलता रहूॅं।
सद्गुणी वृक्ष बन नित्य फलता रहूॅं।
सार्थकता लिए ये चले जिंदगी,
धर्म की गोद में नित्य पलता रहूॅं।।