सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
शारदे हे शारदे ,शारदे हमें तार दे
स्नेह अंचल पसार अपना ,
और हमको प्यार दे
शारदे………………………………………….
छल दंभ हमको छूए नहीं ,
करें कर्म नित जो हो सही
हम झूठ कपट से बचे रहें,
पर धन कभी भी लखे नहीं
हों दृढ़ सदा स्व लक्ष्य पर,
ऐसा हमें आधार दे ,ऐसा हमें आधार दे
शारदे…………………………………….
गुरु मात पितु की सेवा करें,
हर जीव पर रखें दया
निज कर्म ही पूजा बने,
अभिमान को न मिले जगह
हो जाएँ हम निस्वार्थ सेवी,
ऐसा हमे उपहार दे, ऐसा हमे उपहार दे
शारदे…………………………………….
देश सेवा ,देश भक्ति ,
रक्त मे मेरे बहे
देश रहना चाहिए,
ये प्राण चाहे न रहे
कर सकें हम प्राण अर्पित,
ऐसा हमे अधिकार दे ,
ऐसा हमे अधिकारदे
शारदे…………………………………………