सरलता अपनाओ देव तुल्य कहलाओ
सरलता अपनाओ देव तुल्य कहलाओ
*सरलता अपनाओ देव तुल्य कहलाओ*
अवगुण त्यागकर दिव्य बनाओ अपने संस्कार
त्याग ही सरलता और सहनशीलता का आधार
सरल और सहनशील ही आकर्षणमूर्त कहलाते
सरल स्वभाव वाले ही सबको सरलचित्त बनाते
अपनी वाणी और कर्म में तुम सार को समाओ
जो कुछ सुनो और देखो उसमें सार ही उठाओ
हर कार्य में जब खुद को आलराउण्ड बनाओगे
हर कमी को अपने बुद्धि से पूरा जब मिटाओगे
सरलता के गुण का जब सेम्पल बनते जाओगे
तभी औरों में सरलता का संस्कार जगा पाओगे
जन सेवा में जितना ही आगे खुद को बढ़ाओगे
अपने संस्कार उतने ही तुम सरल बना पाओगे
सरलता और सहनशीलता ही शीतलता लाएगी
यही विशेषता कठिन कार्य को सहज बनाएगी
मनसा वाचा कर्मणा में स्वयं को सरल बनाओ
इसी विशेषता से सबको देवतुल्य नजर आओ
सरलता के संग खुद को शक्ति स्वरूप बनाओ
सहनशीलता के संग समाने की शक्ति जगाओ
झूठ और पाखण्ड से अपनी स्तुति ना करवाओ
अपने सेवा भाव से तुम महिमा योग्य बन जाओ
सरलता का स्वभाव ही सर्व शक्तियां दिलाएगा
हर परिस्थिति का सामना करना भी सिखाएगा
नफरत दिल से मिटाकर सबका प्रिय बनाएगा
सच्चाई सफाई और मधुरता जीवन में लाएगा
सरलता का स्वभाव जीवन में स्पष्टता लाएगा
सरलता का संस्कार तुम्हें पूज्य देवता बनाएगा।
