सपनों में रख आस्था
सपनों में रख आस्था
सपनों में रख आस्था कर्म तू किए जा,
कर्म ही तेरा धर्म है वो धर्म तू किए जा,
कमज़ोर ना पड़ने देना खुद को कभी,
निस्वार्थ भाव से बस कर्म तू किए जा,
जितने भी ले ले ये जिंदगी तेरे इम्तिहान,
हिम्मत से हर इम्तिहान पार तू किए जा,
तकदीर पर नहीं मेहनत पर कर विश्वास,
हार कर ना बैठ कभी प्रयास तू किए जा,
हौसले और मेहनत को बनाकर हथियार,
पूर्ण निष्ठा से कर्म की इबादत तू किए जा,
तेरी आंखों के ख़्वाब हकीकत में बदलेंगे,
राह में आए तूफानों से संघर्ष तू किए जा,
अपने कर्म योग से तुम्हें लक्ष्य को है पाना,
अंधेरों में भी रोशनी की तलाश तू किए जा,
निश्चित ही सफलता मिलेगी तुझे एक दिन,
समर्पण भाव से कर्म को सलाम तू किए जा,
कर्म के दर्पण मैं दिखेगा तेरा सफल किरदार,
बस सच्चाई और सामर्थ्य से कर्म तू किए जा।
