सपनों का भारत
सपनों का भारत
गांधी के सपनों का भारत
मिलकर हम बनाएंगे
सत्य-अहिंसा का पथ
हम अपनाएंगे।
कूड़ा-कचरा और गंदगी
इधर-उधर न बहाएंगे
खाते हैं हम आज कसम
शौंच खुले में न जाएंगे
गांधी के सपनों का भारत
मिलकर हम बनाएंगे।
वृक्षारोपण अभियान चलाकर
प्रदूषण धरा का मिटायेंगे
जल स्रोतों का संरक्षण कर
जल संकट से मुक्ति पाएंगे
गांधी के सपनों का भारत
मिलकर हम बनाएंगे।
मिलकर रहेंगे हम सदा
कोई भेद न मन में उपजाएंगे
सब जीवों पर दया कर
कर्तव्य अपना निभाएंगे
गांधी के सपनों का भारत
मिलकर हम बनाएंगे।
