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सपना

सपना

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आज आँखों से पीना है, अभी तो जाम बाकी है

अब तो शुरुआत है, अभी भी शाम बाकी है


वो बसती थी, वो बसती है, वो बसती रहेगी

अभी भी ज़हन में मेरे, उसी का नाम बाकी है


तमन्ना थी के कह दूँगा दिल की बात मैं अपनी

उसी ने कह के टाला, अभी भी काम बाकी है


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