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Uma Pathak

Abstract

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Uma Pathak

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सफर जिंदगी का

सफर जिंदगी का

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सफर जिंदगी का अकेले कटता नहीं

साथ में सब हो तो मुश्किल कुछ भी नहीं।


शुरू से अंत तक का सफर सब जीते हैं

बीच में जो साथ छोड़ दे वह हमसफ़र होते नहीं।


जिंदगी का सफर छोटा ही सही

फिर भी इसमें कठिनाइयां अनेक रही।


सफर में हमें इधर-उधर भटकना है

गैरों को भी अपना समझना है।


कौन जानता कौन कब साथ छोड़ दे

मीठी यादों का सिलसिला जारी रहे।


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