सफलता पहनाएगी पुष्पहार
सफलता पहनाएगी पुष्पहार
होता वही जो होना था ना समझो उसे अनहोनी
देखकर कोई घटना तुम्हें अपनी खुशी ना खोनी
अपनी किसी हार का दोष औरों पर ना लगाना
अपनी गलती सुधारकर खुद को होश में लाना
जिम्मेदारी से मुँह मोड़ना कायरता ही कहलाती
मंजिल से कोसों दूर हमें यही कायरता ले जाती
तक़दीर को दोष देकर कमजोर ही होते जाओगे
सफलता के शिखर को तुम छू कभी ना पाओगे
सफलता को पाने के लिए व्यस्तता को बढ़ाना
आलस रूपी शत्रु से तुम अपने आपको बचाना
एक सफलता पाकर कभी खुद को ना ठहराना
नया लक्ष्य लेकर तुम उसकी ओर कदम बढ़ाना
रचनात्मक कार्यों में जितना आगे बढ़ते जाओगे
आलोचकों का सामना उतना ही करते जाओगे
हर आलोचना को समझना खुद के लिए उपहार
स्वउन्नति का नवीन पथ करना उससे तुम तैयार
हार ना मानो तुम कोशिश करते जाओ बारम्बार
सफलता स्वयं आकर तुम्हें पहनाएगी पुष्पाहार