अब त्याग दे इस आलस्य को, सवेरा हो चला है। अब त्याग दे इस आलस्य को, सवेरा हो चला है।
हमेशा घोड़े पर सवार समझ नहीं आता कैसे चले साथ? जितना प्रयास करती हूँ उतना दूर जाते हो हमेशा घोड़े पर सवार समझ नहीं आता कैसे चले साथ? जितना प्रयास करती हूँ ...
उठ के सूरज सब से बोले जागो तुमसे हम है पहले उठ के सूरज सब से बोले जागो तुमसे हम है पहले
सुंदर भविष्य की राहों को, सजायेगा ये होली का त्योहार। सुंदर भविष्य की राहों को, सजायेगा ये होली का त्योहार।
पार कर कष्ट भव-समंदर जैसे महाबल - महामीन बन कर। पार कर कष्ट भव-समंदर जैसे महाबल - महामीन बन कर।
गया निशाकर, आया दिनकर। खाट छोड़कर, स्वागत अब कर।। गया निशाकर, आया दिनकर। खाट छोड़कर, स्वागत अब कर।।