Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

Mukesh Kumar Modi

Inspirational

4  

Mukesh Kumar Modi

Inspirational

संशय मिटाओ जीवन सुखी बनाओ

संशय मिटाओ जीवन सुखी बनाओ

1 min
338


दिल में पाला हुआ संशय, रिश्तों को बिगाड़ेगा

तुम्हारे बसे बसाए, सुखी परिवार को उजाड़ेगा


संशय है जहरीला धोखा, इसे कभी मत खाना

अपने मन को उहापोह की, स्थिति में ना लाना


संशय की ये जंजीर, इक दिन जेल बन जाएगी

ईर्ष्या रूपी आग तुम्हें, हर पल जलाती जाएगी


तुम्हारा अनमोल जीवन, दिशाहीन बन जाएगा

प्यार से बना तुम्हारा, परिवार बिखरता जाएगा


बिगड़े हुए रिश्तों को तुम, कैसे भी लेना सुधार

प्यार भरकर मिटा देना, गलत फहमी की दरार


जो मिला जैसा मिला, उसको दिल से अपनाना

अपने परिवार के संग ही, जीवन गुजारते जाना!



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational