STORYMIRROR

निखिल कुमार अंजान

Inspirational

3  

निखिल कुमार अंजान

Inspirational

संकट से देश बचाना है....

संकट से देश बचाना है....

1 min
316

जंग जिंदगी से जिंदगी की है

बरतना सबको एहतियात है,

समूचे विश्व पर है संकट गहरा

स्वच्छता ही एकमात्र बचाव है,

जन से जन को फैलता संक्रमण 

मेल मिलाप कम हो इसमे ही,

सबके हित वाला भाव है 

जान है तो जहान है ये भी, 

बेहद सही कहा किसी ने साहब है 

गलती से भी गलती न हो,

जनहित मे यही सुझाव है

कुछ दिन मन को समझा लेते हैं,

जीवन भर कमाना खाना ही है

कुछ पल परिवार संग बिता लेते हैं,

वायरस का कहर तगड़ा है 

सावधान और स्वच्छ रह,

देश को संकट से बचा लेते हैं। 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational