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Priyadarshini Arya

Abstract

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Priyadarshini Arya

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समय यात्रा

समय यात्रा

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हम सभी समय का ही तो यात्रा कर रहे हैं..

अपने अपने बढ़ते जीवन में समय के अनुसार

जीवन जीना यही तो अपना कर्तब्य मान रहे हैं

कभी आशा कभी निराशा ज़िन्दगी के समय यात्रा

कभी कठिन कभी आसान गुजरती रहती है...

जो बनके यादों की तस्वीर में छप के छुप जाती है

जो कभी अकेले तन्हा बैठो तो.. अपना ये जीवन

समय की यात्रा में क्या सही है क्या गलत है

हम सभी को ये पहचान कराती है

जो बैठा है ज़िन्दगी से निराश होकर

उठ चलो अभी भी वक्त है ये ख्याल सोच कर

क्या खोना और क्या पाना है बस ज़िन्दगी की

समय यात्रा हँसते खेलते काट जाना है

हम लाख सोचें ऐसा करेंगे..वैसा करेंगे..

पर जो समय को मंजूर हो वो वहीं दर्पण हमें दिखता है

जीवन ये अपना संघर्षमयी फिर भी लड़ लड़ कर

हम सभी आसान और आनंदमय बनाते हैं।



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