समय कोहिनूर समान
समय कोहिनूर समान
समय बड़ा ही अनमोल, जैसे हीरा कोहीनूर
व्यर्थ बर्बाद किया तो, मंजिल हो जाएगी दूर
सर पर हाथ रखकर, बाद में बहुत पछतायेंगे
वापस लौटकर ये पल, फिर कभी ना आएंगे
सही वक्त है कर डालो, अपना परिवर्तन पूरा
नहीं छोड़ो परिवर्तन को, बीच में तुम अधूरा
परिवर्तन के पथ पर, देखो कभी ना मुड़कर
मंजिल कभी ना आएगी, पास तुम्हारे उड़कर
मंजिल पाने के लायक, पहले खुद को बनाना
ज्ञान गुण शक्तियों का, भरना खुद में खजाना
अपनी सम्पूर्ण ऊर्जा को, विश्व सेवा में लगाना
समय सफल करके तुम, अपना भाग्य बनाना!