शिकार किया करते हैं
शिकार किया करते हैं
पीठ पीछे से वार सदा सियार किया करते हैं
हिन्द के जवान मुंह सदा हुंकार किया करते हैं,
नापाक दुशमनों तुम हमे क्या आजमाओगे
सामने आओ हम शेर शिकार किया करते हैं,
चुपके से घुस आए हमारी सीमा बोलो तुम
मुक्का कमर तोड़ बैरी चित्कार किया करते हैं,
बढ़ाकर हाथ दोस्ती पीठ पीछे खंजर वालो
अहिंसा पुजारी हिन्द होशियार किया करते हैं,
दिखा पटाखा एटम बम की धमकी न देना तुम
चौड़ी छाती हम राफेल हथियार लिया करते हैं।
काश्मीर हमारा था और रहेगा तिरंगा फहरेगा
पाक गैंग महबूबा तुम्हें गद्दार कहा करते हैं ,
खाते हो जिस थाली मे छेद उसी मे करते हो
देशद्रोहियों का तम्बू हम उखाड़ दिया करते हैं,
बन रहा मंदिर भगवान सब मिल श्रीराम कहो
जाती धर्म की राजनित धिक्कार किया करते हैं,
भारत मे रहना मगर भारत की नहीं सुनना हैं
संविधान विरोधियों हम सुधार किया करते हैं,
देश बिरोधी बोली वालों सुन लो ध्यान लगाय
जीभ मे राख़ लगा हम उखाड़ लिया करते हैं
डालकर गिद्ध निगाह खून काश्मीर बहाया था
कर कत्लेआम पंडितो रातो रात मार भगाया था
भेज आतंकियों सीमा जवान सैकड़ो शहीद किया
खाया मार सैकड़ो बार पर उसने न सीख लिया,
चढ़ आया कारगिल की चोटी बड़ी भूल किया
चलाया हमने भी तोप दुशमन को धूल किया।
किया सर्जिकल स्ट्राइक सबको मटिया मेट किया
चुकाया बदला सबका जवानो ने सब सेट किया
मर मिट जाएँगे हम सिर हिन्द न झुकने देंगे
चला जो चक्र भारत का कभी न हम रुकने देंगे
शेरे हिन्द बीर जवान सदा ललकार किया करते हैं
हिन्द के जवान मुंह सदा हुंकार किया करते हैं।