शब्द
शब्द
शब्द मीठा होता है
शब्द कसैला होता है
शब्द तीखा होता है
शब्द अच्छा होता है
शब्द बुरा होता है
शब्द अभिव्यक्ति का
सशक्त माध्यम हैं
शब्द का अपना ही एक
संसार होता हैं
शब्द में अपार शक्ति है
शब्द से ही शक्तिशाली
मंत्र बनता है
शब्द में आत्मा है
शब्द जीवंत है
शब्द बगैर सब शून्य है
शब्द के मिठाई से
रिश्तों में मिठास बढ़ता है
शब्द प्रेम वाला संबंध को
गढ़ता है
सब की सीढ़ी चढ़कर हीं
अमरत्व की प्राप्ति होती है
शब्द बगैर सब शून्य है
शब्द से ही गाली और
शब्द से हींआशीर्वाद बनता है
शब्द भाव है शब्द ही पहचान है
शब्द को शब्दों में परिभाषित करना
नामुमकिन है
शब्द है तो संसार को आवाज है
सच कहूं तो शब्द सबकुछ है