सच करके दिखा
सच करके दिखा
रातों के अँधेरे जो
अभी भी हमको डराये
जाने कैसी है ये डर हमारी
सपने जो भी देखे हैं
रातों में हमने एक दिन
हकीक़त बनाके दिखने है वो सारी।
लक्ष्य हमारा दूर नहीं
सपनों की सीरिया हमसे दूर नहीं
उन सपनों को सच करके दीखा
तू सच करके दिखा।