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Abhishek Nema

Abstract

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Abhishek Nema

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सबसे अच्छा परिवार

सबसे अच्छा परिवार

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स्वर्ग सरि का घर मेरा।

वैकुण्ठ सा परिवार हैं।। १


बाबा मे नारायण देखूँ।

माँ लक्छमि का अवतार हैं।। २


राम के भाँति भाई पाये।

सहयोगी बहना साथ निभाये।। ३


पत्नी साथ दे सुख दुख बेला।

खुशियो का घर लगा हैं मेला।। ४


धर्म कलश रोज है जलता।

अग्रज आदर, अनुज प्रेम मिलता।। ५


चीटी, गाय, भिक्षुक आते।

कृपा अंन्नपूर्णा भोग लगाते।। ६


ईश्वर दादा दादी पूजे जाते।

करो सत्कर्म पुण्य आड़े आते।। ७


मातृभूमि भारत सी पाई।

चिंता काहे कि जब नर्मदा माँई। ८


संस्कृति शिक्षा संस्कार बताते हैं।

इंसान तो क्या शिल, तरू पूजे जाते हैं।। ९


त्याग, समपितृ वक्त निभाते।

अपने अपनों के काम आते।। १०


ये परिवार नही आदर्श शिक्षा हैं।

जीने लायक गृह दीक्षा हैं। ११


ईश करे सब ऐसा घर पाये।

सुंदर घर संसार बसाये।। १२


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