सब्र की इंतेहा
सब्र की इंतेहा
निंदा खंडन शोक से
अब होगा कुछ ना काम।
शहीद हुए जवानों का बलिदान
अब ना होगा नाकाम।
बस अब बहुत हुआ
टूट चुका सब्र का बाँध।
ओ आतंकी ओ कायरों
उल्टी गिनती शुरू करो।
मिटा के रख देंगे
तुम्हारा नामोनिशान।
पाक तुम्हारे नापाक इरादों को
अब लगेगा पूर्ण विराम।
शहीद जवानों को
आशीष का नमन।।
