# सौगात #
# सौगात #
तुम जब भी गुजरते थे मेरी राह से
दिल मे एक आहट सी होती।
आँसू गर आते आंखों में तेरी,
तो एक घबराहट सी होती।
मिलना बिछड़ना तो खेल था
किस्मत का,
पर दोनों गर मिल जाते
तो एक सौगात सी होती।
तुम जब भी गुजरते थे मेरी राह से
दिल मे एक आहट सी होती।
आँसू गर आते आंखों में तेरी,
तो एक घबराहट सी होती।
मिलना बिछड़ना तो खेल था
किस्मत का,
पर दोनों गर मिल जाते
तो एक सौगात सी होती।