साया
साया
मेरे साथ चले साया मेरा
बन के साथी साथ चला
कभी न छोड़े साथ मेरा
चाहे रैन हो चाहे बसेरा
राह चलूं तो हमसफ़र बने
राह त्यजु तो मुसाफिर बने
पग साथ साथ धरे
कभी आगे तो कभी पीछे चले
कभी न डरे
निष्पक्ष रहे
वार करे जग
छलनी करे
तब भी निडर रहे
हरदम अकड़ कर चले
प्रेम इस तरह करे
प्रेयसी भी तुझसे जले
