STORYMIRROR

Krishna Bansal

Inspirational

3  

Krishna Bansal

Inspirational

सारथी

सारथी

1 min
203

कब तक करोगे प्रतीक्षा 

किसी सारथी की, 

झांक कर देखो, 

भीतर बैठा है सारथी।


अर्जुन की तरह 

हर कोई खुशकिस्मत नहीं कि 

मिल जाएं कृष्ण

द्रौपदी की तरह हर कोई 

भाग्यवान नहीं कि

चीर बढ़ाने पहुंच जाएं कृष्ण।


आपको स्वयं ही करने होंगे प्रयत्न

अपने अंदर पैदा करनी होगी ऊर्जा,

जला डालो सारे मन के डर 

धो डालो सारी नकारात्मकता आपो दीपो भव:

अपने सारथी स्वयं बनो।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational