साहसी सुभाष
साहसी सुभाष


भारत मां का सच्चा सपूत था, अदम्य, साहसी, शूरवीर।
नेताजी नाम से था विख्यात, बसा लिया था अपने दिल में
आजादी कि तस्वीर।।
देख पराक्रम इनके अंग्रेज़ थर्राते थे।
आजाद हिन्द के लिए जब इनके खून खौल जाते थे।
भारत मां की आजादी के लिए,
मांगा देशवासियों से खून सुभाष।
अंग्रेजों से मुक्ति का दिलाया इसने विश्वास।।
आजादी के लिए "दिल्ली चलो" का दिया नारा।
जब- जब आई अड़चने, अपना अलग-अलग वेष संवारा।
धन्य है वह वीर सपूत, जिसने दी अंग्रेजों को चुनौतियां।
पूजते हैं हम सभी आज इसे, क्योंकि भारत मां की आज़ादी के लिए,
इसने झेली विपत्तियां।