साहित्य
साहित्य
सागर रूपी साहित्य जगत में,
अक्षरों की प्रवाह ,
पदों की खेल,
वाक्यों की विन्यास को,
सही ढंग से प्रयोग करनेवाले,
बनेंगे.....
सही साहित्यकार,
साहित्य लिखना ही
साहित्यकार का काम नहीं है,
श्रेष्ठ साहित्यकार
समाज को पूर्ण रुप से
समझकर ,
समझदारी व्यक्ति बनकर,
प्रेरणादायक रचनाएं
लिखेंगे।।
