रक्षकों को नमन
रक्षकों को नमन


शीत-घाम-वर्षा सहते नित हंसकर
हरा-भरा रखते ये वतन रूपी चमन।
सीमा प्रहरी-कोरोना योद्धाओं तुमको
अंत:स्तल से है कोटिश: हार्दिक नमन।
निज घर में सब रहें सुरक्षित और स्वस्थ
खुद दुख सहकर करते हो तुम वही जतन।
सुरक्षा देश- देशवासियों की तुमको प्यारी
हे राष्ट्ररक्षकों तुम्हें है कोटिश: हार्दिक नमन।
बाधाओं के पथ में सीना तान अचल अटल
सुदृढ़ प्राचीर के सम तुम निर्भय डट जाते हो।
कुदरत- मानव निर्मित हर आफत सहने वाले
सबके रक्षक- संरक्षक तुमको है कोटि नमन।
तुम हर आजादी के सच्चे- अच्छे रखवाले हो
मानवता और देश की गरिमा के प्यारे रक्षक।
कर सकें उऋण जो ऋण से तुम्हरे-वे शब्द नहीं
भावपूर्ण श्रद्धा से कोटि-कोटि है तुमको नमन।