रात का पहर
रात का पहर
रात का पहर सुहाना,
चांद के उस पार जाना,
मुझ पर तुम्हारा प्यार
प्यार लुटाना क्या
तुम्हें भी याद है,
सुहानी रात हमारी
बात क्या तुम्हे भी याद है,
आओ चलें उन हसीन
यादों में अपनी मस्ती
की बातों में तुम्हारे संग
जीवन में हमारी खुशी के पल में।