राष्ट्रप्रेम गीत (23)
राष्ट्रप्रेम गीत (23)
मेरे देश के वीर जवानों ,
हमें नाज तुम्हारे ऊपर.
तुम्हारे होते न कोई ,
न खतरा देश के ऊपर..
तुम सौ पे एक अकेले ,
भारी पड़ते दुश्मन पर.
तुम्हें देख के दुश्मन भागें ,
गिर - गिर पड़ते इक ऊपर..
भारत के वीर सपूतों ,
तुमरी गाथा हरमुख पर.
संकट की घड़ी जब आये ,
तुम रहते हमेशा तत्पर।।
तुम अपने प्राण गंवाये ,
अपने झंडे के ऊपर.
झंडा अपना फहराये ,
जा - जाके धरा के ऊपर.
बलिहारी तुमपे जाऊं ,
है तुम्हरा नाम जुबां पर.
तुम जीते वतन की खातिर ,
और मरते वतन के ऊपर..