राफेल
राफेल


बादलों का चीर कर सीना,
गरजने लगे अंबर,
हवाओं से बातें करके,
आ गए हैं वायुवीर !!
हिलने लगा ए धरा,
उछलने लगा सागर,
राफेल जब चूमा भारत भूमि,
बिल में घुसा दुश्मन कायर !!
अखंडता संप्रभुता
ना होगी कभी समझौता,
राम के देश अहिंसा से चले,
छेड़ो तो बरसेंगे कहर !!