रामराज्य
रामराज्य
आज भी नहीं है रामराज्य कहीं ,
खो गए वो सब आदर्श यहीं ,
जिनका जीवन था त्याग को समर्पित ,
जिन्होने किया सब माँ - बाप को अर्पित!
उन राम के जैसा यहाँ कोई दूसरा नहीं ,
राम ही हैं जो आदर्श थे कभी
फिर क्यूँ ना हम भी उनके जीवन पर इतरायें ,
राम की भांति सबको प्रेम से गले लगायें!
हमें रामराज्य फिर से यहाँ लाना है ,
पिता ,भाई , माता का प्रेम सबको समझाना है ,
त्याग और मित्रता का भाव फिर जगाना है ,
भारत में रामराज्य स्थापित करके जाना है!